नागरिकता कानून (सीएए) और नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ धरने पर बैठे लोगों से बात करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के मध्यस्थ बुधवार को शाहीन बाग पहुंचे। सुप्रीम कोर्ट ने एडवोकेट संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को लोगों से बातचीत करने को कहा था। शाहीन बाग में संजय हेगड़े ने कहा- हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां पहुंचे हैं। हम सभी लोगों से बात करेंगे और उम्मीद है कि इससे विवाद सुलझ जाएगा।
साधना रामचंद्रन ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आपको आंदोलन करने का हक है। हम सब की तरह और भी नागरिक हैं, जिनके अधिकार हैं। जो इस रास्ते से आते-जाते हैं। बच्चे स्कूल जाते हैं, लोग ऑफिस आते-जाते हैं। हक वहीं तक होना चाहिए, जहां तक दूसरे का हक प्रभावित न हो। रोड, पार्क, ब्रिज सार्वजनिक सुविधा है। हम आपकी सारी बातें सुनेंगे। मुझे विश्वास है कि हम ऐसा हल निकालेंगे जो न सिर्फ देश बल्कि दुनिया के लिए मिसाल बन जाएगा। उन्होंने कहा कि हम बिना मीडिया के प्रदर्शनकारियों से बात करेंगे। इस बातचीत की जानकारी बाद में दी जाएगी।
हेगड़े ने ट्विटर पर लोगों से सुझाव मांगे
संजय हेगड़े ने प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट का आदेश पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा कि हमें यहां (शाहीन बाग) आने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था। उम्मीद है कि हमारी सबसे बात होगी और सभी के सहयोग से हम मुद्दे को हल कर लेंगे। हम दोनों सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं, हम सबको सुनने आए हैं।शाहीन बाग जाने से हेगड़े ने पहले ट्विटर पर भी गतिरोध खत्म करने के लिए लोगों से सुझाव मांगे।